गाजा में घुसा इजरायल तो सैनिकों की कब्रगाह बना देंगे…ईरान ने दी धमकी

तेहरान, ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा है कि अगर इजरायल ने गाजा में घुसपैठ करने का फैसला किया तो विरोध करने वाले नेता इजरायल को उसके ही सैनिकों के कब्रिस्तान में बदल देंगे। यह बात मीडिया की खबरों में कही गई। उनका यह बयान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात के बाद आया है। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है गाजा पट्टी में किसी भी इजरायली जमीनी हमले से मध्य पूर्व में बाकी जगहों पर भी संघर्ष बढ़ सकता है। अमीराब्दुल्लाहियन ने अमेरिका को इजरायल की कठपुतली करार दे दिया है। शनिवार सात अक्‍टूबर से ही इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। अमेरिका को भी नुकसान
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक अनुसार, उन्होंने कहा, ‘अमेरिका, इजरायल की मूर्ति और कठपुतली को संरक्षित करने के लिए आगे आया है।अगर युद्ध का दायरा बढ़ा तो अमेरिका को भी भारी नुकसान होगा। इजरायल ने अपने टैंकों को गाजा के साथ लगती सीमा बाड़ पर तैनात करना शुरू कर दिया है, क्योंकि घिरे फिलिस्तीनी क्षेत्र में लगातार बमबारी हो रही है। जमीनी हमले की आशंका के बीच इज़रायल द्वारा उत्तरी गाजा के 11 लाख निवासियों को दक्षिण में खाली करने का आदेश देने के बाद हजारों फिलिस्तीनी विस्थापित हो गए हैं। इजरायली हवाई हमलों में 724 बच्चों सहित कम से कम 2,329 फिलिस्तीनी मारे गए।

1300 इजरायलियों की मौत
हमास के सैन्य अभियान में मारे गए इजरायलियों की संख्या 1,300 है, जिसमें 286 सैनिक शामिल हैं। इजरायली सेना का कहना है कि हिज़्बुल्लाह लड़ाकों के मिसाइल हमले में उसके क्षेत्र में एक व्यक्ति के मारे जाने के बाद वह लेबनान में लक्ष्यों पर हमला कर रही है। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, यह तब हुआ, जब ईरान ने इजरायल को गाजा के खिलाफ अपने ‘युद्ध अपराध’ बंद करने की चेतावनी दी। हमास के साथ युद्ध अपने दूसरे हफ्ते में प्रवेश कर गया है। ईरान ने इजरायल को चेतावनी दी है कि यदि इजरायली सेना जमीनी आक्रमण के लिए गाजा में प्रवेश करती है तो क्षेत्रीय तनाव बढ़ जाएगा।

दोनों तरफ से दी जा रही चेतावनी
अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा है कि अगर गाजा पट्टी में बच्चों को मारने वाले इजरायली हमलों को तुरंत रोकने के उद्देश्य से किए गए उपाय गतिरोध में समाप्त होते हैं, तो यह अत्यधिक संभावना है कि कई अन्य मोर्चे खुल जाएंगे। इस विकल्प को खारिज नहीं किया गया है और अब इसकी संभावना बढ़ती जा रही है। ईरान ने लंबे समय से गाजा में हमास के साथ-साथ लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह का समर्थन करता आया है। अमेरिका और इजरायल दोनों ने गाजा के युद्ध में शामिल होने या स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश करने के खिलाफ चेतावनी दी है।

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