जालंधर, जिले की मंडियों में धान की खरीद जारी है और फसल की खरीद के बाद उठान में भी तेजी आ गई है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों की मंडियों में किसानों द्वारा लाई गई फसल का भुगतान खरीद के बाद एक साथ किया जा रहा है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने बताया कि अधिकारियों को धान की फसल की लिफ्टिंग 72 घंटों के निर्धारित समय के अंदर सुनिश्चित की जा रही है ताकि किसानों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि बारिश के बाद मौसम साफ होने से आने वाले दिनों में लिफ़्टिंग कार्य में तेजी लाई जाएगी।
18 अक्तूबर तक जिले की मंडियों में 166464 मीट्रिक टन धान की आमद हो चुकी है, जिसमें से 162490 मीट्रिक टन फसल विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदी जा चुकी है। पनग्रेन 57436 मीट्रिक टन, मार्कफेड 39761 मीट्रिक टन, पीएनएसपी 48826 मीट्रिक टन, पंजाब स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन 15901 मीट्रिक टन और निजी व्यापारियों से 566 मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को खरीदी गई फसल का 353 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
डिप्टी कमिश्नर ने किसानों का अनाज खरीदने के लिए राज्य सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि जिला प्रशासन पूरी खरीद प्रक्रिया को सुचारु रूप से चलाने और किसानों को फसल की बिक्री में किसी प्रकार की राहत प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। जो किसान अपनी उपज मंडियों में लेकर आते हैं, उन्हें कठिनाई नहीं होने दी जाएगी।
डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से भी अपील की कि वे सरकार द्वारा निर्धारित नमी सीमा के अनुसार सूखा धान ही मंडियों में लाएं ताकि उनकी फसल बिना किसी देरी के खरीदी जा सके।