जालंधर, (विशाल/रोज़ाना आजतक)-लॉकडाऊन के पहले दिन से जालंधरवासियों को कोरोना से बचाने के लिए दिनरात मेहनत में जुटे विशेष सारंगल को खुद कोरोना ने घेर लिया। रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो सारंगल ने खुद को होम क्वारंटाइन तो कर लिया लेकिन कोरोना से जंग जारी रखने के लिए घर को ही दफ्तर बना लिया। दफ्तरी कामों के लिए फोन पर सभी से टच में रह रहे हैं और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यमों से साथी कर्मचारियों के साथ बैठकें करने का सिलसिला भी पहले की तरह ही जारी है। विशेष सारंगल खुद जालंधर से ही हैं और यहीं पले बढ़े। इसलिए जालंधर से उनका खास लगाव भी है। परिवार में सीनियर सिटीजंस माता-पिता जोकि डायबिटीज के मरीज हैं और दो छोटी बेटियां हैं। एक बेटी की उम्र 3 साल और दूसरी 11 माह की है। परिवार की जिम्मेवारी के साथ-साथ दफ्तरी कामों का जिम्मा सारंगल बाखूबी निभा रहे हैं। विशेष सारंगल के इसी जज्बे को सब सलाम कर रहे हैं और इस युवा आईएएस की सब ओर तारीफ हो रही है। आईएएस 2013 बैच के अधिकारी विशेष सारंगल ने इसी साल जालंधर में बतौर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) कार्यभार संभाला था। सारंगल इससे पहले शहर में मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्मार्ट सिटी और अतिरिक्त कमिशनर नगर निगम जालंधर के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। लॉकडाउन और कफ्र्यू के दौरान भी आपातकालीन आपूर्ति को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने का श्रेय भी विशेष सारंगल को ही जाता है। उनके शानदार प्रयासों और सावधानीपूर्वक योजना के कारण जालंधर प्रशासन कई कीमती जीवन को बचाने में सक्षम रहा है। बेहतरीन सेवाओं पर मिला सम्मानकोविड 19 के इस दौर में सारंगल की जिला नोडल अधिकारी के रूप में एक और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में महामारी की भूमिका को समाज के सभी वर्गों के लोगों द्वारा सराहा गया है। उन्हें तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा ने भी कोरोना संकट दौरान महत्वपूर्ण ड्यूटी निभाने के लिए सम्मानित किया था। गत माह 15 अगस्त को सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने एडीसी डेवलपमेंट विशेष सारंगल को स्वतंत्रता दिवस पर जिला स्तरीय समागम को सुचारू ढंग से आयोजित करवाने और इस संबंध में शानदार प्रबंधों के लिए प्रशंसा पत्र दिया। पत्र में मंत्री रंधावा ने कार्यक्रम को बड़े स्तर पर सफल बनाने के लिए एडीसी की ओर से किए गए बेहतरीन प्रबंधों की भरपूर प्रशंसा की थी