जालंधर, (विशाल/रोजाना आजतक)-केंद्र सरकार की ओर से संसद में पारित किए गए कृषि विधेयक के खिलाफ 25 सितंबर को किसानों के पंजाब बंद को शहर के बाजारों में व्यापक समर्थन मिला हैं। सरकारी विभागों के कार्यालयों में भी शुक्रवार को सन्नाटा छाया रहा। यहां तक कि तड़के से भीड़ से खचाखच भरा रहने वाला सेवा केंद्र भी दिन भर सूना रहा। लिहाजा, सेवा केंद्र में काम करवाने पहुंचे लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ा। बंद का असर फर्द केंद्र से लेकर तहसील में रजिस्ट्री करवाने के ऑफिस पर भी दिखा। बंद के कारण ही सेहत विभाग की टीम शुक्रवार को तहसील कांप्लेक्स में नहीं पहुंची। दरअसल, सरकारी मुलाजिमों की जवाइंट एक्शन कमेटी ने एक दिन पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बंद को समर्थन देने की घोषणा करने के साथ ही सामूहिक छुट्टी पर जाने का एलान कर दिया था। इस कारण शुक्रवार को बहुत कम लोगों ने सरकारी विभागों का रुख किया।