जालंधर ,(विशाल)-श्री गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को लेकर शहर के गुरु घरों में दो पहर के समागम हुए। सुबह से ही गुरुघरों में संगत के जुड़ने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। इस अवसर पर गुरु घरों में जहां रागी जत्थों ने शबद गायन के साथ संगत को निहाल किया वहीं, संगत के लिए अटूट लंगर का भी आयोजन किया गया। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, माडल टाउन में सुबह के समागम का आगाज श्री सुखमणी साहिब के पाठ के साथ हुआ। प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अजीत सिंह सेठी की अध्यक्षता में आयोजित समागम के दौरान श्री दरबार साहिब, अमृतसर के हजूरी रागी भाई गुरजिदर सिंह, गुरुद्वारा साहिब के हजूरी रागी तथा बीबी गुरजीत कौर ने शबद गायन के साथ संगत को निहाल किया। इसके उपरांत भाई बलबीर सिंह, बीबी जसजीत कौर व भाई रविदर सिंह ने शबद गायन के साथ गुरु घर में हाजिरी लगाई। अजीत सिंह सेठी ने कहा कि गुरु साहिबान के जीवन से युवाओं को अवगत करवाए जाने की जरूरत है। उन्होंने सभी रागी जत्थे के सदस्यों को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित हुआ।इसी तरह गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर सेंट्रल टाउन में जारी समागमों के क्रम में शनिवार को दो पहर के समागम हुए। इसका आगाज श्री गुरु ग्रंथ साहिब की इलाही बाणी के साथ किया गया। इसके उपरांत भाई गुरुइकबाल सिंह, भाई लखविदर सिंह, भाई सरवन सिंह, ज्ञानी जसवंत सिंह परवाना ने शबद गायन के साथ संगत को गुरु चरणों से जोड़ा। इस मौके पर सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिदर सिंह परदेसी ने प्रबंधक कमेटी द्वारा मानवता की सेवा के लिए किए जा रहे कार्यों को सराहा। प्रबंधक कमेटी के महासचिव परमिदर सिंह डिपी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन व शहादत के बारे में विस्तार के साथ बताया। उन्होंने कोविड-19 के दौरान गुरुद्वारा कमेटी द्वारा की गई मानवता की सेवा के बारे में भी जानकारी दी। प्रबंधक कमेटी की तरफ से सभी अतिथि व रागी जत्थे के सदस्यों को सम्मानित किया गया। अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित हुआ। इस मौके पर प्रबंधक कमेटी के प्रधान चरणजीत सिंह डीसी टायर, चेयरमैन गुरचरण सिंह बागां वाले, परमिदर सिंह, कैशियर जतिदर पाल सिंह खालसा, गुरविदर सिंह गोमा, राजेंद्र सिंह बेदी, एडवोकेट बलदेव सिंह कुंदी, मनविदर सिंह सहगल, हरजिदर सिंह, बलबीर सिंह, सरबजीत सिंह, रविद्रजीत सिंह खुराना, रविद्र सिंह रीहल, गुरिदर सिंह मझैल, गुरमेल सिंह, बलदेव सिंह गत्तका मास्टर, कुलजीत सिंह चावला, जतिदंरपाल सिंह व हरप्रीत सिंह नीटू मौजूद थे