चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले स्थल पर फिर घुसने की कोशिश की, लेकिन पहले से तैयार भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई में उन्हें खदेड़ दिया। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान दोनों देश के सैनिकों के बीच झड़प की भी बात सामेन आ रही है। सेना के पीआरओ कर्नल अमन आनंद ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने पैंगॉन्ग त्सो झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सैनिकों की गतिविधि को पहले से भांप लिया था और घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि सेना के जवानों ने भारतीय पोस्ट को मजबूत करने और जमीन पर तथ्यों को एकतरफा बदलने के लिए चीनी इरादों को विफल करने की कार्रवाई की। रतीय सेना बातचीत के माध्यम से शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़ है। मुद्दों को हल करने के लिए चुशुल में एक ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग चल रही है। सेना ने कहा कि पीएलए ने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के दौरान सैन्य और राजनयिक गतिरोध के बाद बनी पिछली सहमति का उल्लंघन किया। यह ऐसे समय में हुआ है जब पूर्वी लद्दाख में सीमा तनाव कम करने के लिए चीन के साथ वार्ता गतिरोध में फंसी हुई है।