जालंधर, (संजय शर्मा)-लोकसभा के लिए पंजाब से चुने गए सांसद को 16 वर्षों में पहली बार संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। जालंधर लोकसभा क्षेत्र से भारी बहुमत से जीतकर लोकसभा में पहुंचकर जनता की आवाज बने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। इस बार 17 संसद सदस्यों और दो लोकसभा स्थायी समितियों के अध्यक्षों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।जिसमें कृषि एवं किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे चरणजीत सिंह चन्नी को उनके किसान और खेत मजदूर समर्थक प्रदर्शन के मद्देनजर शामिल किया गया है। चरणजीत सिंह चन्नी को यह पुरस्कार 26 जुलाई को दिया जाना है। उल्लेखनीय है कि चरणजीत सिंह चन्नी ने देश की लोकसभा में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए और लोगों की आवाज उठाई। साथ ही कृषि व्यवसाय को लाभप्रद बनाने तथा किसानों और खेत मजदूरों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए सिफारिशें की गई हैं। चरणजीत सिंह चन्नी ने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का नाम बदलकर किसान एवं श्रमिक कल्याण विभाग करने की सिफारिश की। एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी कानून बनाते समय उन्होंने किसान को 100 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त देने की सिफारिश की थी। पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए फसल के साथ 100 रुपये प्रति क्विंटल और एमएसपी की घोषणा की गई। उन्होंने गायों की अच्छी देखभाल के लिए गौशाला का मॉडल तैयार करने की बात कही, जिसमें गऊयों की देखभाल हो सके, वहां पर पैसा दिया जाए तथा जिन गायों ने दूध देना बंद कर दिया है, उनकी देखभाल के लिए भी पैसा दिया जाए। चरणजीत सिंह चन्नी ने किसानों और खेत मजदूरों के हक में सबसे ज्यादा बैठकें की हैं और इस समिति के सराहनीय प्रदर्शन से प्रभावित होकर उन्हें संसद रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। चरणजीत सिंह चन्नी ने इस पुरस्कार के लिए चुने जाने पर पंजाब और विशेषकर जालंधर के लोगों का धन्यवाद किया।चन्नी ने कहा कि यह पुरस्कार पंजाब के लिए है और वह पंजाबियत के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि वह अच्छी नीतियों और ईमानदारी के साथ लोगों के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जालंधर की जनता ने उन्हें लोकसभा में भेजा है और वे लोगों की आशाओं व अपेक्षाओं पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। चन्नी ने कहा कि पंजाब के हकों की आवाज हमेशा लोकसभा में गूंजती रहेगी और वह लोगों के लिए लड़ने से कभी पीछे नहीं हटेंगे। चन्नी ने कहा कि वह बिना किसी भय या भेदभाव के लोगों का प्रतिनिधित्व करते रहेंगे।